न्युटन जो की एक प्रसिध्द वैज्ञानिक थे. उन्होंने ही गति के नियमो को बनाया था. इस गति के नियम को “न्यूटन के गति नियम” भी कहा जाता हैं. तो दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम न्यूटन के गति के नियम के बारे में पढ़ेगें और मैं उसे पूरी तरह समझने की कोशिश करूंगा.
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गति के नियम |
न्यूटन
का प्रथन गति नियम (Newton’s First Law of Motion):-
न्यूटन
का प्रथम गति नियम यह कहता हैं की अगर कोई वस्तु स्थिर या विरामावस्था हैं तो वह
तब तक स्थिर या विरामावस्था में बनी रहेगी जब तक कोई बहरी बल उस पर न लगाया जाए.
गति
के प्रथम नियम
के अनुसार सभी वस्तुए अपनी गति के अवस्था में किसी परिवर्तन का विरोध करता हैं
वस्तुओं के अपनी गति की अवस्था में परिवर्तन करने के प्रवृति को जड़त्व कहते
हैं, इसे ही हम गति का नियम भी कहते हैं.
NOTE:- गति के प्रथम नियम को ही
जड़त्व और गैलिलियो का नियम भी कहते हैं.
उदाहरण:-
यदि कोई पुस्तक मेज पर रखी हैं, तो वह तब तक उसी तरह मेज पर रखी रहेगी जब तक की उस
पर कोई बहरी बल न लगे कहने का मतलब यह हैं की अगर हम या कोई व्यक्ति मेज पर से
पुस्तक उठाएगा नहीं या किसी कारण से उसे वहां से उसे हटाया न जाए तब तक वह उसी तरह
रखी रहेगी.
न्यूटन
का व्दितीय नियम (Newton’s Second Law of Motion):-
वस्तु
के संवेग में परिवर्तन की दर उस पर लगाये गये बल के अनुक्रमानुपाती होता
हैं और परिवर्तन आरोपित बल की दिशा में ही होता हैं. चलिए इसे हम एक सूत्र से
समझते हैं-
इसके
अनुसार “किसी वस्तु पर बाहर से लगाया गया बल F, उस वस्तु के द्रव्यमान m तथा उस
वस्तु में बल की दिशा में उत्पन्न त्वरण a के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती होता हैं”
इस प्रकार , F∝m×a
या F∝m×a .....(i)
जहाँ
K एक नियतांक हैं.
यदि
हम बल F के मात्रक इस प्रकार चुने की एकांक बल, एकांक द्रव्यमान
की वस्तु में एकांक त्वरण उत्पन्न कर सके, तब
सभी (i) में F∝m×a
F∝m×a
अथवा F∝m×a
समी
(i)
से, F∝m×a .....(ii)
अर्थात F∝m×a
यदि
F =
0, तो a = 0 (क्योकि m शून्य नहीं हैं) कहने का मतलब यह हैं की अगर बहरी
बल न लगाया जाए तो वस्तु में त्वरण उत्पन्न नहीं होगा और वस्तु में त्वरण शून्य
होने का मतलब यह हैं की वस्तु या तो विरामावस्था में रहेगी या नियत वेग से चलती
रहेगी.
उदाहरण:-
बंदूक से निकली गोली जब शरीर में घुस जाती हैं इसका कारण यह है की बंदूक से
निकली गोली का वेग बहुत अधिक होता हैं था शरीर से टकराने पर यह बहुत कम समय में ह
शून्य हो जाता हैं.
न्यूटन
का तृतीय गति नियम (Newton’s Third Law of Motion):-
इस
गति नियम के अनुसार “जब कोई वस्तु किसी दूसरी वस्तु पर बल लगाती हैं, तो दूसरी
वस्तु भी पहली वस्तु पर उतना ही बल विपरीत दिशा में लगाती है.”
कहने
का मतलब यह हैं की इन दो बलों में से एक को क्रिया (action) तथा दुसरे को प्रतिक्रिया
(reaction) कहते हैं और इसे क्रिया – प्रतिक्रिया का नियम भी कहते हैं.
न्यूटन का तृतीय गति नियम क्रिया
के विपरीत प्रतिक्रिया देता हैं.
उदाहरण:-
जब बंदूक से गोली छोड़ी जाती हैं तो गोली क्रिया बल के करण आगे की ओर बढती
हैं. लेकिन गोली भी बंदूक पर विपरीत दिशा में इतना ही प्रतिक्रिया बल लगाती हैं.
अत:
बंदूक खुद को पीछे की ओर भगाती हैं और बंदूक बंदूक चलाने वाले व्यक्ति को पीछे की
ओर धक्का देती हैं.
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